रक्षाबंधन सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि भाई-बहन के अटूट रिश्ते का प्रतीक है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और बदले में भाई बहनों को उपहार देकर उनकी रक्षा का वचन देते हैं। लेकिन इस खास मौके की मिठास अधूरी है जब तक घर में बने स्वादिष्ट रक्षाबंधन के पकवान ना हों।
इस साल क्यों ना त्योहार को सेहतमंद बनाने के साथ-साथ परंपराओं को भी जिंदा रखा जाए? आइए जानते हैं कैसे आप घर पर ही कुछ स्वादिष्ट और हेल्दी मिठाइयां बनाकर रक्षाबंधन के पकवान को खास बना सकते हैं।
घर की रसोई में तैयार करें हेल्दी मिठाइयां
रक्षाबंधन के पकवानों में सबसे अहम होती है मिठास। लेकिन आज की लाइफस्टाइल में लोग चीनी से दूरी बना रहे हैं। ऐसे में घर पर बनी बिना चीनी की मिठाइयां एक बेहतरीन विकल्प हो सकती हैं।
चीनी के बजाय गुड़ और खजूर जैसे नेचुरल स्वीटनर से बनी मिठाइयों का स्वाद भी लाजवाब होता है और ये सेहत के लिए भी फायदेमंद होती हैं। ऐसे पकवान रक्षाबंधन को और खास बना देते हैं।
काजू कतली: बिना चीनी के स्वाद का जादू
काजू कतली एक क्लासिक मिठाई है जिसे हर त्योहार पर पसंद किया जाता है। इसे बिना चीनी के बनाना भी संभव है।
इसमें आप खजूर की प्यूरी का इस्तेमाल कर सकते हैं जो मिठास के साथ-साथ एक अलग स्वाद भी देती है। भुने हुए काजू को पीसकर खजूर की पेस्ट में मिलाएं और गाढ़ा होने तक पकाएं। ठंडा करके स्लाइस में काटें और सजावट के लिए ऊपर से पिस्ता डालें।
गुड़-तिल की बर्फी: पारंपरिक स्वाद में सेहत का तड़का
तिल और गुड़ दोनों ही सर्दी में उपयोगी माने जाते हैं, लेकिन इनका इस्तेमाल आप रक्षाबंधन के पकवान में भी कर सकते हैं। तिल को भूनकर गुड़ की चाशनी में मिलाएं और एक प्लेट में फैला दें।
जब ठंडा हो जाए तो काटकर सर्व करें। यह मिठाई न सिर्फ स्वादिष्ट है बल्कि पाचन के लिए भी फायदेमंद है।
नारियल लड्डू: आसान और झटपट तैयार
नारियल लड्डू एक ऐसा रक्षाबंधन का पकवान है जो कम समय में तैयार हो जाता है। इसके लिए नारियल का बुरादा, दूध और गुड़ की जरूरत होती है।
तीनों को मिलाकर हल्की आंच पर पकाएं जब तक मिश्रण गाढ़ा न हो जाए। फिर इसे गोल आकार में बना लें। यह लड्डू बच्चों और बड़ों सभी को पसंद आते हैं।
तिलकुट: बुंदेलखंड की पारंपरिक मिठाई
तिलकुट मध्य भारत की पारंपरिक मिठाई है जो तिल और गुड़ से बनाई जाती है। यह मिठाई रक्षाबंधन के पकवान में एक खास स्थान रखती है।
इसमें भुने हुए तिल और उबले हुए गुड़ को मिलाकर रोल किया जाता है। इसे कई लोग आंवला पाउडर या हल्दी जैसे हर्ब्स के साथ भी बनाते हैं जिससे इसका पौष्टिक मूल्य और बढ़ जाता है।
बच्चों के लिए खास पकवान
बच्चों को मिठाई में मज़ेदार और रंगीन चीज़ें पसंद आती हैं। ऐसे में आप ड्राय फ्रूट बर्फी या मल्टीग्रेन लड्डू बना सकते हैं। इनमें ओट्स, बादाम, अखरोट और किशमिश जैसे पोषक तत्व शामिल होते हैं जो बच्चों के लिए हेल्दी होते हैं।
रक्षाबंधन के पकवानों में बच्चों की पसंद का ध्यान रखना भी जरूरी है ताकि त्योहार की खुशियों में उनका उत्साह दोगुना हो।
त्योहार को बनाएं मिलजुलकर खास
त्योहारों की असली खुशी तब होती है जब पूरा परिवार साथ मिलकर रसोई में कुछ खास बनाता है। इस रक्षाबंधन पर क्यों ना पूरा परिवार मिलकर रक्षाबंधन के पकवान तैयार करे?
बच्चे लड्डू बना सकते हैं, बुज़ुर्ग तिलकुट की रेसिपी सिखा सकते हैं और महिलाएं नए एक्सपेरिमेंट कर सकती हैं। इससे त्योहार की रौनक और बढ़ेगी।
मिठास में छुपा प्यार
रक्षाबंधन के पकवान सिर्फ स्वाद से नहीं, भावना से भी जुड़े होते हैं। हर एक पकवान में एक कहानी होती है, बचपन की यादें होती हैं, माँ की रसोई की खुशबू होती है।
आज जब मार्केट में मिलावटी मिठाइयों का डर है, ऐसे में घर पर बनी मिठाइयां सिर्फ सुरक्षित नहीं, बल्कि आत्मीयता से भरपूर भी होती हैं।
आधुनिकता के साथ परंपरा का तालमेल
अब लोग हेल्थ कॉन्शस हो रहे हैं, और त्योहारों में भी फिटनेस को प्राथमिकता दी जा रही है।
इसलिए चीनी रहित रेसिपीज़, ग्लूटन फ्री मिठाइयां और वेगन ऑप्शन को प्राथमिकता दी जा रही है। रक्षाबंधन के पकवानों में इस आधुनिकता को शामिल करके हम परंपरा को भी बनाए रख सकते हैं और स्वास्थ्य का भी ध्यान रख सकते हैं।
इस बार कीजिए खास शुरुआत
इस रक्षाबंधन पर एक नई शुरुआत कीजिए। रक्षाबंधन के पकवानों को घर पर तैयार कीजिए, बच्चों को भी शामिल कीजिए और एक ऐसा त्योहार मनाइए जिसमें स्वाद, सेहत और साथ सब कुछ हो।
यही है त्योहार की असली मिठास।