अगर आप भी उन लाखों किसानों में से हैं जो हर साल पीएम किसान योजना के तहत ₹6000 पाते हैं, तो ये खबर आपके लिए बहुत जरूरी है। सरकार अब जल्द ही 20वीं किस्त देने वाली है। यानी फिर से ₹2000 आपके खाते में आने वाले हैं—but only अगर आपने सब कुछ सही किया है।
पीएम किसान योजना क्या है?
सीधे शब्दों में कहें, तो ये केंद्र सरकार की तरफ से किसानों को सालाना ₹6000 देने की स्कीम है। पैसा तीन हिस्सों में दिया जाता है—हर चार महीने में ₹2000। इस योजना का मकसद है कि छोटे किसानों को थोड़ी सी आर्थिक मदद मिले ताकि खेती-किसानी में उन्हें कुछ सहारा मिल सके।
20वीं किस्त कब तक आएगी?
सरकार ने अब तक कोई पक्की तारीख तो नहीं बताई है, लेकिन उम्मीद है कि जुलाई के आखिरी हफ्ते तक पैसे आपके खाते में आ सकते हैं। यानी ज़्यादा वक्त नहीं बचा, और इस बीच आपको कुछ जरूरी काम पूरे करने होंगे ताकि पैसे रुकें नहीं।
आपकी एक गलती ₹2000 रोक सकती है
कई बार देखा गया है कि किसान कहते हैं, "किस्त नहीं आई!" और जब जांच करते हैं तो छोटी-छोटी गलतियां निकलती हैं, जैसे:
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आधार और बैंक अकाउंट में नाम का फर्क
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ई-केवाईसी अब तक नहीं कराई
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बैंक खाता बंद हो गया
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गलत IFSC कोड या अकाउंट नंबर
यानी सिर्फ थोड़ी सी लापरवाही और ₹2000 हाथ से निकल सकता है। इसलिए बेहतर है कि आज ही अपनी जानकारी जांच लें।
ऐसे चेक करें कि पैसा आएगा या नहीं
अपनी स्थिति जानना बहुत ही आसान है:
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पीएम किसान वेबसाइट खोलिए
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“लाभार्थी स्थिति जानें” पर क्लिक कीजिए
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आधार नंबर या मोबाइल नंबर डालिए
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स्क्रीन पर आपकी किस्त की जानकारी आ जाएगी
अगर लिखा है “FTO जनरेट हो चुका है”, तो समझिए पैसा जल्द ही आपके खाते में पहुंच जाएगा।
गलती दिखे तो क्या करें?
मान लीजिए आपने चेक किया और कोई गड़बड़ी दिख गई—तो घबराइए मत। इसका हल है:
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आधार से जुड़ी समस्या के लिए नजदीकी CSC सेंटर जाएं
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बैंक डिटेल ऑनलाइन पीएम किसान पोर्टल से सुधार सकते हैं
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अगर सब कुछ सही है फिर भी पैसा नहीं आया, तो नजदीकी कृषि कार्यालय में संपर्क करें
कौन ले सकता है इस योजना का फायदा?
हर कोई नहीं ले सकता इस स्कीम का फायदा। ये कुछ शर्तें हैं जो जरूरी हैं:
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आपके नाम पर जमीन होनी चाहिए
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आप भारत के नागरिक हों
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सरकारी कर्मचारी, इनकम टैक्स देने वाले, या संस्था के नाम पर ज़मीन रखने वाले लोग इसमें शामिल नहीं होते
अगर आप पात्र हैं और अभी तक आपने आवेदन नहीं किया है, तो अब भी मौका है।
ई-केवाईसी कराना क्यों जरूरी है?
सरकार ने साफ कह दिया है कि ई-केवाईसी ज़रूरी है। जो किसान ये नहीं करेंगे, उन्हें अगली किस्त नहीं मिलेगी। ये डिजिटल वेरिफिकेशन इसलिए जरूरी है ताकि गलत लोगों को पैसे न जाएं और सही किसान ही लाभ ले सकें।
बार-बार चेक करना क्यों जरूरी है?
क्योंकि तकनीकी गड़बड़ियों से पैसा रुक सकता है। आपने बैंक अकाउंट बदल दिया, आधार अपडेट नहीं किया या कोई और छोटी चीज रह गई—तो नुकसान आपका ही होगा। इसलिए अगली बार से याद रखिए, किस्त से पहले एक बार स्टेटस ज़रूर चेक करें।