रक्षाबंधन 2025 का पर्व बेहद खास रहने वाला है। हर साल सावन मास की पूर्णिमा तिथि पर मनाया जाने वाला यह पर्व भाई-बहन के रिश्ते को और गहरा करता है। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनके जीवन में सुख-समृद्धि की कामना करती हैं, जबकि भाई उन्हें जीवनभर सुरक्षा देने का वचन देता है। इस बार रक्षाबंधन पर ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति बेहद शुभ मानी जा रही है, जिससे यह त्योहार और भी खास बन गया है।
शुभ तिथि और समय
रक्षाबंधन 2025 में यह पर्व 9 अगस्त, शनिवार को मनाया जाएगा। इस दिन सावन मास की पूर्णिमा तिथि प्रात: 4:01 बजे से शुरू होकर अगले दिन यानी 10 अगस्त को सुबह 5:30 बजे तक रहेगी। इसलिए राखी बांधने का सबसे शुभ समय 9 अगस्त को रहेगा।
शुभ मुहूर्त की बात करें तो इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी दोपहर 1:34 बजे से शाम 4:33 बजे के बीच बांध सकती हैं। यह समय 'रक्षाबंधन मुहूर्त' के लिए सबसे उत्तम माना जा रहा है।
इस बार बन रहे हैं तीन शुभ योग
रक्षाबंधन 2025 पर तीन अत्यंत शुभ योग बन रहे हैं, जो इस दिन को और भी विशेष बना रहे हैं। पहला है शोभन योग, दूसरा स्वाति नक्षत्र, और तीसरा सर्वार्थसिद्धि योग। इन तीनों योगों की उपस्थिति से यह पर्व सिर्फ भाई-बहन के रिश्ते का नहीं, बल्कि पूरे परिवार की उन्नति और सुख-शांति का प्रतीक बन जाएगा।
राखी बांधने की परंपरा
रक्षाबंधन पर बहनें पहले थाली सजाती हैं, जिसमें रोली, चावल, दीपक, मिठाई और राखी रखी जाती है। भाई को तिलक लगाकर आरती उतारी जाती है और फिर राखी बांधी जाती है। इसके बाद भाई बहन को उपहार देता है और उसकी लंबी उम्र की कामना करता है।
इस दिन बहनों द्वारा अपने भाइयों की कलाई पर बंधी गई राखी सिर्फ एक धागा नहीं होती, बल्कि इसमें भावनाओं की एक मजबूत डोर जुड़ी होती है, जो भाई-बहन को जीवन भर एक-दूसरे के साथ जोड़े रखती है।
क्या करें और क्या न करें
रक्षाबंधन के दिन कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इस दिन सूर्योदय से पहले स्नान कर पवित्र होकर पूजा करनी चाहिए। बिना शुभ मुहूर्त देखे राखी न बांधें। बहनों को चाहिए कि वे व्रत करके पूजा करें और सबसे पहले भगवान से भाई की कुशलता की प्रार्थना करें।
वहीं राखी बांधने के बाद मिठाई जरूर खिलाएं। कोशिश करें कि तामसिक भोजन से परहेज करें और घर में सकारात्मक माहौल बनाए रखें।
भाइयों को भी इस दिन बहन को सिर्फ उपहार नहीं, बल्कि समय देना चाहिए। उन्हें यह एहसास कराना चाहिए कि वह हमेशा उनके साथ हैं।
घर के लिए शुभ समय
रक्षाबंधन के दिन ही नहीं, पूरा अगस्त माह ही शुभ माना जा रहा है। अगर आप नया मकान खरीदने की सोच रहे हैं या फिर घर में कोई शुभ कार्य करना चाहते हैं, तो रक्षाबंधन के आसपास के दिन बेहद लाभकारी माने जा रहे हैं। वास्तुशास्त्र के अनुसार, इस दिन ग्रहों की स्थिति ऐसी है कि नई शुरुआत के लिए सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।
रक्षाबंधन और पारिवारिक महत्व
रक्षाबंधन केवल भाई-बहन के प्रेम तक सीमित नहीं है। यह पर्व पूरे परिवार को एक साथ जोड़ने का प्रतीक है। अक्सर देखा जाता है कि इस दिन पूरा परिवार एक जगह एकत्रित होता है, साथ बैठकर खाना खाता है और पुरानी यादें ताजा करता है।
2025 में यह त्योहार शनिवार को पड़ने से बहुत से लोग छुट्टी लेकर इसे मनाने का बेहतर मौका पा सकते हैं। इसलिए यह दिन रिश्तों को समय देने और उन्हें और मजबूत करने के लिए एक सुनहरा अवसर हो सकता है।
रक्षाबंधन 2025 की खासियत
रक्षाबंधन 2025 की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस बार जो योग बन रहे हैं, वे कई सालों में एक बार बनते हैं। इसलिए इस बार की राखी सिर्फ एक परंपरा नहीं बल्कि एक आध्यात्मिक और शुभ शक्ति से भी जुड़ी होगी।
जो लोग अपनी बहन से दूर हैं, वे कोशिश करें कि इस बार उनसे जरूर मिलें। अगर ऐसा संभव न हो तो डिजिटल तरीके से भी यह पर्व मनाया जा सकता है, लेकिन कोशिश रहे कि भावनाओं की डोर बनी रहे।