वासित, ईराक – ईराक के पूर्वी वासित प्रांत के कुत शहर में बुधवार देर शाम एक 5 मंज़िला हाइपरमार्केट में लगी भीषण आग ने 60 से अधिक लोगों की जान ले ली। इस भयानक हादसे में दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं और कई अब भी मलबे में फंसे हुए बताए जा रहे हैं।
मॉल में फैली चीख-पुकार और अफरा-तफरी
हादसा उस समय हुआ जब मॉल के भीतर ग्राहकों की भारी भीड़ थी। कई लोग ख़रीदारी में व्यस्त थे, जबकि कुछ परिवार ऊपरी मंज़िल पर बने रेस्टोरेंट में खाना खा रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग पहले मॉल की एक मंज़िल पर लगी और देखते ही देखते पूरी इमारत को अपनी चपेट में ले लिया।
एक चश्मदीद ने बताया,
“सब कुछ मिनटों में हुआ। आग इतनी तेज़ी से फैली कि लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर दौड़ पड़े। बच्चों और महिलाओं की चीखें आज भी कानों में गूंज रही हैं।”
अब तक 60 की मौत की पुष्टि
स्थानीय प्रशासन और आपातकालीन विभाग ने अब तक 60 लोगों की मौत की पुष्टि की है, जबकि 11 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं। दर्जनों घायलों का इलाज पास के अस्पतालों में चल रहा है, जिनमें से कई की हालत गंभीर है।
अधिकारी अब भी मलबा हटाकर शवों की तलाश कर रहे हैं। माना जा रहा है कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है।
रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी रही टीमें
घटना के तुरंत बाद दमकल विभाग, सिविल डिफेंस और मेडिकल टीमें मौके पर पहुंचीं। आग पर काबू पाने में घंटों लग गए। इमारत की ऊँचाई और अंदर फैले सामान ने आग बुझाने में बड़ी चुनौती पेश की।
वासित के गवर्नर मोहम्मद अल-मयाही ने बताया:
"यह एक अत्यंत दुखद घटना है। हमने तत्काल राहत कार्य शुरू कर दिया है। बचाव कार्य जारी है और घायलों को बेहतर इलाज मुहैया कराया जा रहा है।"
उन्होंने यह भी ऐलान किया कि पूरा प्रांत तीन दिन के शोक में रहेगा।
इमारत की सुरक्षा पर उठे सवाल
यह घटना एक बार फिर ईराक में इमारतों की सुरक्षा और फायर सेफ्टी नियमों की पोल खोलती है। कई विशेषज्ञों और नागरिकों ने सवाल उठाए हैं कि अगर मॉल में फायर अलार्म और अग्निशमन यंत्र काम कर रहे होते, तो इतनी बड़ी त्रासदी टाली जा सकती थी।
स्थानीय अधिकारियों ने इमारत के मालिक और मॉल प्रबंधन पर केस दर्ज किया है। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आ रही है कि मॉल में फायर सेफ्टी मापदंडों का पालन नहीं किया गया था और बिजली की वायरिंग भी पुराने ढांचे की थी।
सरकार की कार्रवाई और जांच के आदेश
ईराक सरकार ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। गृहमंत्रालय ने बताया कि 48 घंटे के भीतर प्राथमिक जांच रिपोर्ट सौंपी जाएगी। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
ईराक के प्रधानमंत्री ने इस त्रासदी पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा:
“इस दर्दनाक हादसे में जान गंवाने वालों के परिवारों के साथ हम खड़े हैं। हम सुनिश्चित करेंगे कि ऐसी घटनाएं भविष्य में ना हों।”
ईराक में बार-बार हो रहे ऐसे हादसे
ईराक में हाल के वर्षों में आग की घटनाएं आम हो गई हैं, खासतौर पर सार्वजनिक इमारतों और अस्पतालों में। इसकी एक बड़ी वजह कमजोर सुरक्षा उपाय, ढीली निगरानी व्यवस्था और लापरवाही मानी जाती है।
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2021 में बगदाद के एक अस्पताल में ऑक्सीजन टैंक फटने से 80 से ज्यादा लोगों की जान गई थी।
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2023 में नीनवे के एक वेडिंग हॉल में आग लगने से 100 से ज्यादा लोग मारे गए थे।
अब कुत के इस हादसे ने एक बार फिर इस मुद्दे को सतह पर ला दिया है।
जनता में रोष और दुख का माहौल
कुत शहर और पूरे वासित प्रांत में इस घटना को लेकर शोक और आक्रोश का माहौल है। स्थानीय लोग लगातार सोशल मीडिया और मीडिया के माध्यम से न्याय की मांग कर रहे हैं।
एक स्थानीय नागरिक ने कहा:
“हर बार हादसा होता है, फिर वादे किए जाते हैं, लेकिन बदलाव नहीं होता। हमें अपने बच्चों के लिए सुरक्षित भविष्य चाहिए।”
निष्कर्ष
ईराक के कुत शहर में हुए इस भयावह अग्निकांड ने न केवल सैकड़ों परिवारों को शोक में डुबो दिया, बल्कि सरकार और प्रशासन की लापरवाही को भी उजागर कर दिया है। जब तक नियमों का पालन नहीं किया जाएगा और इमारतों की सुरक्षा को गंभीरता से नहीं लिया जाएगा, तब तक ऐसी घटनाएं बार-बार होती रहेंगी।
अब देखना यह है कि इस बार सरकार केवल बयान देती है या कोई ठोस कदम भी उठाती है।
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